12 फीसदी से ज्यादा टूटा IndusInd बैंक का शेयर, बिना मांगे ही 84,000 ग्राहकों को बांट दिया था लोन

12 फीसदी से ज्यादा टूटा IndusInd बैंक का शेयर, बिना मांगे ही 84,000 ग्राहकों को बांट दिया था लोन

प्राइवेट सेक्टर के इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank) के शेयर में सोमवार को 12 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है. बीएसई पर शेयर 12.33 फीसदी टूटकर 1042.10 रुपये के भाव पर पहुंच गया. इंडसइंड बैंक ने ‘लोन एवरग्रीनिंग’ के दावों को पूरी तरह से गलत और निराधार बताते हुए यह स्वीकार किया है कि उसने मई में तकनीकी गड़बड़ी के कारण 84,000 हजार ग्राहकों को बिना उनकी सहमति के ही लोन दे दिया.

बता दें कि ‘लोन एवरग्रीनिंग’ का अर्थ डिफॉल्ट की कगार पर पहुंच चुके लोन का नवीनीकरण करने के लिए उस फर्म को ताजा लोन देना होता है.  बैंक ने सफाई देते हुए कहा कि फील्ड कमचारियों ने दो दिन के भीतर ही बिना सहमति के ग्राहकों को लोन देने की जानकारी दी, जिसके बाद इस गड़बड़ी को ठीक किया गया.

इंडसइंड बैंक का शेयर 28 अक्टूबर 2021 को 52 हफ्ते की नई ऊंचाई 1,241.85 के भाव पर पहुंचा चुका था. रिकॉर्ड हाई से आज शेयर 16 फीसदी टूट चुका है.

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार अज्ञात व्हिसलब्लोअर ने बैंक प्रबंधन और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को इंडसइंड बैंक की सहायक इकाई बीएफआईएल द्वारा दिए गए इस तरह के लोन के बारे में एक पत्र लिखा, जिसमें कुछ शर्तों के साथ लोन के नवीनीकरण (लोन एवरग्रीनिंग) का आरोप लगाया गया. इस तरह जहां मौजूदा ग्राहक कर्ज नहीं चुका पा रहे थे, वहां उन्हें नया लोन दे दिया गया, ताकि बही-खातों को साफ दिखाया जा सके.

बैंक का इन आरोपों पर कहना है कि, ‘‘हम लोन एवरग्रीनिंग के आरोपों का पूरी तरह से खंडन करते है. बीएफआईएल द्वारा जारी और प्रबंधित लोन नियामक द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पूरी तरह से पालन करने के बाद ही दिए गए. इसमें कोविड-19 की पहली और दूसरी लहर के प्रकोप के दौरान दिए गए लोन भी शामिल है.’’ बैंक ने बताया कि मई 2021 में तकनीकी गड़बड़ी के कारण करीब 84,000 ग्राहकों को बिना अनुमति के लोन दिए गए.

जिन 84 हजार क्लाइंट को लोन दिया गया है उनमें से 26 हजार 73 क्लाइंट सितंबर 2021 के अंत तक सक्रिय थे. उनपर आउटस्टैंडिंग लोन 34 करोड़ का था जो सितंबर तिमाही के पोर्टफोलियो का 0.12 फीसदी बताया गया है.

सितंबर तिमाही में इंडसइंड बैंक का प्रदर्शन लाजवाब रहा है. सालाना आधार पर बैंक के फायदे में 72 फीसदी का उछाल देखने को मिला और इसका नेट प्रॉफिट 1113 करोड़ रहा. सितंबर 2020 तिमाही में बैंक का नेट प्रॉफिट 647 करोड़ था. सितंबर तिमाही में इंट्रेस्ट इनकम में करीब 6.59 फीसदी का उछाल देखने को मिला और यह 7650 करोड़ रहा. इस तिमाही में प्रोविजनिंग में गिरावट आई और यह 1703 करोड़ देखने को मिली.

Kavita Singh

Kavita Singh

कविता सिंह ''सच भारत'' में टेक्नोलॉजी और बिजनेस डेस्क को लीड कर रही हैं। पत्रकारिता की दुनिया में 6 वर्ष का अनुभव रखने वाली कविता ने आईआईएमसी से हिंदी पत्रकारिता में पीजी डिप्लोमा किया है। इन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई लुधियाना में पूरी की है।

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