मेसी का सबसे बड़ा सपना आज भी है अधूरा, कहा- कई बार इसके करीब पहुंचा लेकिन…
फुटबॉल की दुनिया के करिश्माई खिलाड़ी लियोनेल मेसी ने अपने शानदार करियर के दौरान बार्सिलोना की तरफ से हर एक खिताब जीता है, लेकिन अर्जेंटीना के लिए कोई बड़ा खिताब जीतने का उनका सपना अब भी सपना ही है।
मेसी अब 33 साल के हो गए हैं और उनके पास कोपा अमेरिका फुटबॉल टूर्नामेंट जीतकर यह सपना पूरा करने का शायद आखिरी मौका है। इसलिए यह स्टार फुटबॉलर इस बार अपने अधूरे सपने को पूरा करने के लिए जी जान लगा देगा।
अर्जेंटीना कोपा अमेरिका में अपने अभियान की शुरुआत सोमवार को रियो डि जेनेरियो में चिली के खिलाफ करेगा। कोलंबिया और अर्जेंटीना को सह मेजबान से हटाए जाने के बाद ब्राजील को अंतिम क्षणों में इस टूर्नामेंट की मेजबानी सौंपी गई थी।
मेसी ने रियो में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘मैं हमेशा अपनी टीम के लिए उपलब्ध रहता हूं। मेरा सबसे बड़ा सपना अपनी राष्ट्रीय टीम के साथ खिताब जीतना है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘मैं कई बार इसके करीब पहुंचा। ऐसा नहीं हो पाया, लेकिन मैं प्रयास जारी रखूंगा। मैं इस सपने को पूरा करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ूंगा।’
वहीं कोपा अमेरिका की शानदार शुरुआत हुई है। ब्राजील ने वेनेजुएला को 3-0 से हराकर कोपा अमेरिका फुटबॉल टूर्नामेंट में खिताब बरकरार रखने के अपने अभियान की शानदार शुरुआत की। ब्राजीलिया के माने गरिंचा स्टेडियम में रविवार को खेले गए मैच में ब्राजील की तरफ से मारक्विन्होस, नेमार और गैब्रियल बारबोसा ने गोल किए। इससे एक दिन पहले वेनेजुएला के कई खिलाड़ियों को कोविड-19 के लिए पॉजिटिव पाया गया था।
ब्राजील को आखिरी समय में टूर्नामेंट की मेजबानी सौंपी गई थी, जिसका उसके शीर्ष खिलाड़ियों ने विरोध किया था। इसके बावजूद कप्तान कासेमिरो ने कहा कि मौजूदा चैंपियन खिताब बरकरार रखने के लक्ष्य के साथ टूर्नामेंट में उतरा है। उन्होंने कहा, ‘चाहे वह मैत्री मैच हो, कोपा अमेरिका या विश्व कप क्वालीफायर्स, हम हमेशा जीत के लिए खेलते हैं।’
गौरतलब है कि वेनेजुएला के आठ खिलाड़ियों को शनिवार को कोविड-19 के लिए पॉजिटिव पाया गया था और उसे आननफानन में 15 नये खिलाड़ियों को बुलाना पड़ा था। इसका असर मैदान पर भी साफ दिखा। ब्राजील ने कुछ मौके भी गंवाये लेकिन वेनेजुएला से उसे खास चुनौती नहीं मिली।
बता दें कि अर्जेंटीना और कोलंबिया के सह मेजबानी से हटने के बाद ब्राजील को इस महाद्वीपीय टूर्नामेंट के आयोजन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। कोलंबिया में राजनीतिक उथल-पुथल के कारण उसे पहले ही संयुक्त मेजबान से हटा दिया गया था। बाद में अर्जेंटीना ने अकेले मेजबानी करने की पेशकश की थी, लेकिन वह भी आयोजन करने से पीछे हट गया। यह टूर्नामेंट फीफा विश्व कप और यूरो कप के बाद फुटबॉल का तीसरा सबसे बड़ा टूर्नामेंट है।