गुड़गांव में प्रवासी मजदूर की लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या, पुलिस को गलत पहचान का शक

Migrant Worker Beaten To Death: गुड़गांव सेक्टर 37,हेरिटेज बैडमिंटन अकादमी (Gurgaon Sector 37, Heritage Badminton Academy) में एक प्रवासी मजदूर (Migrant Worker) अनुज की लाठी डंडों से पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। पुलिस इस हत्या के पीछे गलत कारण का अंदेशा जता रही है।
अनुज के जीजा संजय के अनुसार, दोनों कंपनी के गेट पर पहुंचे ही थे कि कुछ लोगों ने उन्हें एक काले रंग की एसयूवी से देखा। संजय ने आरोप लगाया कि आरोपी शराब पी रहे थे और उन्हें देखते ही वे भड़क गए।
संजय ने कहा, “मुझे नहीं पता कि उनके दिमाग में क्या चल रहा था, लेकिन जब उन्होंने हमें देखा तो वे कहते रहे कि इन ‘बिहारियों’ को पीटा जाना चाहिए। वे देख सकते थे कि हम प्रवासी हैं और इससे वे बहुत क्रोधित हुए। उन्होंने हम दोनों को अपनी कारों में घसीटा और हमें पीटना शुरू कर दिया। फिर हमें हेरिटेज बैडमिंटन अकादमी ले जाया गया जहां हमारे साथ और मारपीट की गई।”
सेक्टर 10 पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर में पीड़िता ने कहा कि कार में एक महिला थी जिसने आरोप लगाया था कि अनुज और संजय ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया था। शिकायत में कहा गया है कि इनकार करने के बावजूद हमला किया गया। मंजीत, पुनीत, मनीष और अन्य के खिलाफ कथित हमले और धमकी के लिए प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
इस बारे में संजय ने कहा कि यह पूरी तरह से मनगंढत बात थी। वहां किसी भी महिला के संबंध में कोई बात नहीं थी। हम काम के सिलसिले में सिर्फ अपने ठेकेदार से मिलने गए थे। हम यूपी के गरीब लोग हैं। हमारा इरादा किसी के साथ बदतमीजी करने का नहीं था। यह हमें पीटने का सिर्फ एक बहाना था।
इस घटना के बारे में गुड़गांव पुलिस का कहना है कि यह गलत पहचान का मामला था। सुभाष बोकेन (पीआरओ गुड़गांव पुलिस) ने कहा, ”
“सोमवार को, एक महिला खिलाड़ी बैडमिंटन अकादमी जा रही थी, जब एक बाइक पर दो लोगों ने कथित तौर पर उस पर अश्लील इशारे किए। उसने तुरंत अपने पिता, कोच और रिश्तेदारों को फोन किया। ऐसा प्रतीत होता है कि उसकी ओर से आए लोगों ने सोचा कि अनुज और संजय आरोपी के साथ हैं और जवाबी कार्रवाई में उन्हें पीटा। पीड़ितों में से एक की हमले की चोटों के कारण मौत हो गई। एक आरोपी बिंदा प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि अन्य की तलाश की जा रही है।”
गौरतलब है कि पांच माह पूर्व पिता की मौत के बाद अनुज 15 दिन पहले जौनपुर से कादीपुर काम की तलाश में आया था। वह परिवार का इकलौता कमाने वाला सदस्य था और उसके परिवार में उसकी मां और दो छोटे भाई हैं।
एक दुर्घटना में संजय की एक उंगली चली गई थी, जिसके कारण कई जगहों से वह नौकरी से निकाल दिया गया। हफ्तों की तलाशी के बाद, अनुज को अपने ठेकेदार चंदन के साथ काम मिल गया, जिसे कथित तौर पर आरोपी ने पीटा भी था।
घटना से डरे सहमे ने संजय कहीं और जाने की मन बना बैठे हैं। उन्होंने कहा, ”मैंने हाल ही में एक जांघ की सर्जरी भी करवाई थी। मेरी पत्नी को बीमारी है और मेरे दो बच्चे हैं जिनकी देखभाल करनी है। जब से मुझे धमकियां मिली हैं तब से मैं डरा हुआ हूं। इस जगह को छोड़ देना ही बेहतर होगा क्योंकि इस हालत में कोई मुझे काम नहीं देगा। कम से कम हमारा जीवन सुरक्षित रहेगा।”
(साभार-इंडियन एक्सप्रेस, वर्कर्स यूनिटी)