Priyanka Gandhi Pratigya Rally: काशी में प्रियंका गांधी लेंगी 7 प्रतिज्ञाएं! 100000 भीड़ जुटाने का दावा

लखीमपुर खीरी (Lakhimpuri Kheri) में मारे गए किसानों और पत्रकारों के परिजनों से मिलने के बाद प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (Uttar Pradesh Election 2022) अभियान का आगाज करने जा रही हैं। इस खास मौके के लिए प्रियंका गांधी ने काशी (Priyanka Gandhi In Varanasi) के मैदान को चुना है।
इस दौरान वह बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ, मां कुष्मांडा, बाबा काल भैरव दरबार का दर्शन करेंगी। जिसके बाद वो रैली में 7 वचनों (7 Promises Priyanka Gandhi) के साथ चुनावी शंखनाद करेंगी। 10 अक्टूबर को वाराणसी में जगतपुर स्थित इंटर कॉलेज में प्रियंका कांग्रेस प्रतिज्ञा रैली (Congress Pratigya Rally) को संबोधित करेंगी। सियासी गलियारों में पूर्वांचल का केंद्र माने जाने वाले बनारस में प्रियंका धार्मिक और सियासी दौरा दोनों एक साथ कर रही हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय राय (Ajay Rai Varanasi) ने बताया कि 10 अक्टूबर को प्रियंका सबसे पहले बाबा विश्वनाथ और दुर्गाकुंड स्थित कुष्मांडा देवी के दर्शन करेंगी। इसके बाद वो रैली में जनता को संबोधित करेंगी।
रैली को लेकर कांग्रेस के नेता खासा इंतजाम कर रहे हैं। राय का कहना है कि ये महारैली आयोजित है। जिसमें 1 लाख से अधिक की भीड़ होगी। इस रैली में प्रियंका गांधी जनता को 7 वचन देंगी और सरकार बनने के बाद सबसे पहले उन वचनों को निभाएंगी। ये 7 वचन क्या है इसका खुलासा प्रियंका अपनी रैली में ही करेंगी, लेकिन इन वचनों को देते वक्त प्रियंका बाकायदा हाथ उठा कर प्रतिज्ञा करेंगी।
बता दें कि लखीमपुर में सियासी बढ़त लेने के बाद प्रियंका का दौरा सीधे वाराणसी में होना है। ऐसे में कांग्रेस नेताओं में भी खासा उत्साह देखने को मिल रहा है।
कांग्रेस नेता अजय राय ने एनबीटी ऑनलाइन को बताया की प्रियंका गांधी की प्रतिज्ञा रैली ऐतिहासिक होगी। सभी कांग्रेस के पदाधिकारियों ने मिलकर करीब 1 लाख की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा है। जगतपुर डिग्री कॉलेज में वाराणसी के साथ आसपास के जिले मिर्जापुर, सोनभद्र ,चंदौली, भदोही समेत कई जिलों से कार्यकर्ता और समर्थक आएंगे।
सोनभद्र के उम्भा गांव से लेकर हाथरस, उन्नाव, गोरखपुर समेत सभी घटनाओं में प्रियंका गांधी ने हक की लड़ाई लड़ी और प्रदेश की सरकार को घुटनों पर ला दिया है। इस बार 2022 के विधान सभा चुनावों में जनता निश्चित रूप से कांग्रेस को जीत दिलाएगी।
पंजाब के पहले सिख दलित मुख्यमंत्री बने चरनजीत सिंह चन्नी और छतीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल भी प्रियंका गांधी के साथ मंच पर होंगे। कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी रैली को सफल बनाने में जुटे हुए हैं।