Yogi Government: ‘तालिबान की तरह पहला निशाना भारतीय महिलाएं’, मथुरा में मांस-शराब BAN पर फिल्ममेकर का बड़ा हमला

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Uttar Pradesh Cm Yogi Adityanath) ने मथुरा में शराब और मांस की बिक्री पर प्रतिबंध (Liquor Alcohol Meat Ban In Mathura) लगाने का ऐलान कर दिया है। सोमवार को मथुरा में कृष्णोत्सव में बोलते हुए Yogi Adityanath ने कहा कि यहां कोई मांस-मदिरा की बिक्री न हो इसके लिए जिला प्रशासन को कार्य योजना बनाने का आदेश दे दिया गया है।
योगी सरकार (Yogi Government) के इस फैसले का जहां कुछ लोगों द्वारा स्वागत किया गया है वहीं कुछ लोग इसके विरोध में हैं। बॉलीवुड फिल्ममेकर विनोद कापड़ी (Vinod Kapri) ने यूपी सरकार के इस फैसले पर आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि सरकार इस कदम से अपने नागरिकों के जीवनयापन के तरीके में दखल देना चाहती है। उन्होंने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से किए गए एक ट्वीट में कहा है कि धीरे धीरे ऐसा पूरे देश में किया जाएगा और तालिबान की तरह महिलाएं इनका पहला निशाना होंगी।
याद रखिएगा
ये सब धीरे-धीरे पूरे राज्य में होगा और फिर इनकी कोशिश होगी कि देश में भी बैन हो।
ये आपके चलने फिरने , पहनने , पढ़ने , खाने पीने सब पर नज़र रखना चाहते हैं।और तालिबान की तरह इनका पहला निशाना महिलाएँ ही होंगी।
याद रखिएगा। https://t.co/KgnuCnjos5
— Vinod Kapri (@vinodkapri) August 31, 2021
ट्वीट में कापड़ी ने लिखा, ‘याद रखिएगा ये सब धीरे-धीरे पूरे राज्य में होगा और फिर इनकी कोशिश होगी कि देश में भी बैन हो। ये आपके चलने फिरने, पहनने, पढ़ने, खाने-पीने सब पर नज़र रखना चाहते हैं। और तालिबान की तरह इनका पहला निशाना महिलाएं ही होंगी। याद रखिएगा।’
विनोद कापड़ी के इस ट्वीट पर यूजर्स भी अपनी राय जाहिर कर रहे हैं। सचिन पासवान नाम के एक यूजर लिखते हैं, ‘क्या ये फैसला मूलभूत अधिकारों का हनन नहीं है? आर्टिकल 19- ये फैसला कोर्ट में नहीं टिकेगा।’
जुनैद जूनिया नाम के यूजर ने लिखा, ‘चुनाव आ रहे हैं सर, भोली-भाली जनता को धर्म के नाम पर लुभाना है ओर वोट हासिल करना है। क्योंकि कुछ ऐसा किया ही नहीं है जिसके बुनियाद पर वोट मांग सकें। अब जनता को देखना है कि धर्म के नाम पर वोट देना है या जीने वाली और आगे बढ़ाने वाली चीजों पर वोट देना है।’
अभिनव अनुराग नाम के एक यूजर ने फिल्ममेकर को जवाब देते हुए लिखा, ‘लक्षद्वीप में भी शराब पर बैन था। अलग-अलग सरकारें वोट बैंक के लिए सब कुछ करती आईं हैं।’ वहीं सौरव नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘सही फैसला है।’